महाराष्ट्र के सबसे विशाल प्रतापगढ़ किले का इतिहास

Pratapgarh Fort
Pratapgarh Fort

नमस्कार आपका हमारे Knowledge with ruchi.com blog मैं स्वागत है भारत अपने इतिहास और भूगोल के लिए दुनिया में प्रसिद्ध है भारत में बहुत से किले और महल बने हुए हैं जो कि अपने इतिहास के लिए जाने जाते हैं साथ ही कई प्रसिद्ध ऐतिहासिक धरोहरे भी मौजूद है जिन्हें यूनेस्को और नेशनल वर्ल्ड रिकॉर्ड में भी शामिल किया गया है।

आज हम ऐसे ही एक किले के बारे में जानेंगे जिसका नाम है “ प्रतापगढ़ किला ” इसे ” साहसी किले ” के नाम से भी जाना जाता है।

यदि आप ऐतिहासिक धरोहरों को देखने या उनके बारे में जानने के शौकीन है तो आर्टिकल को शुरू से अंत तक पूरा पढ़ें।

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प्रतापगढ़ किले का इतिहास (Pratapgarh Fort History in Hindi):-

Pratapgarh Fort
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प्रतापगढ़ किले का निर्माण छत्रपति शिवाजी के द्वारा 1656 ईस्वी में करवाया गया और महाराजा छत्रपति शिवाजी ने विजापुर साम्राज्य के कई प्रांतों पर अपना अधिकार जमा लिया था

इस कारण महाराजा शिवाजी की विजय प्राप्ति से जलने वाले शासकों ने अफजलखान को महाराजा शिवाजी को नियंत्रित करने के लिए भेजा गया था लेकिन महाराजा शिवाजी ने अपनी चतुराई के चलते अफजलखान को मार डाला,

इतिहासकारों का यह कहना है कि महाराजा छत्रपति शिवाजी को अफजलखान ने चालाकी से मारने के लिए प्रतापगढ़ किले में मिलने के बहाने परिसर में बुलाया, परंतु अफजलखान का यह प्रयास असफल रहा और महाराजा शिवाजी ने चतुराई से अफजलखान की हत्या कर दी

अफजल खान की कब्र आज भी वहां देखी जा सकती है। अफजलखान के अंगरक्षकों में से एक, सैयद बंदा ने छत्रपति शिवाजी महाराज को मारने का प्रयास किया।

हालाँकि, सैय्यद बंदा को महाराजा के एक अंगरक्षक जीवा बंदा ने मार डाला था। इस प्रकार, प्रतापगढ़ किले का अस्तित्व छत्रपति शिवाजी महाराज की वीरता को प्रमाणित करता है।

प्रतापगढ़ किले की वास्तुकला (Architecture of Pratapgarh Fort):-

Pratapgarh Fort
Pratapgarh Fort

प्रतापगढ़ किला महाराष्ट्र के सतारा शहर में महाबलेश्वर की प्रसिद्ध पहाड़ी हिल स्टेशन पर स्थित है यह किला महाराष्ट्र के सबसे प्रसिद्ध और विशाल किलो में से एक है प्रतापगढ़ किला लगभग जमीन से 3500 फीट की ऊंचाई पर बनाया गया है

यह किला दो भागों में विभाजित है एक को ऊपरी किला और दूसरे को कम किले के नाम से जाना जाता है ऊपरी किले में कई इमारतें, महल और उत्तर पश्चिमी हिस्से में महादेव का मंदिर मौजूद है जो चारों ओर से 250 मीटर की ऊंची चट्टानों से घिरा है

साथ ही नीचले किले को गड्ढों और ऊँचे टावरों से बचाने के लिए ऊंची और मजबूत दीवार का निर्माण भी करवाया गया है और शिवाजी महाराज की कुलदेवी और सबसे प्रसिद्ध देवी भवानी का मंदिर भी निचले किले में पूर्वी भाग में स्थित है

प्रतापगढ़ किले के अंदर 4 झीले भी मौजूद है और अफजलखान की कब्र अभी किले से कुछ ही दूरी पर बनी हुआ है किले के मुख्य प्रवेश द्वार को बेहद ही सुंदर नक्काशी के साथ सजाया गया है

इतना ही नही प्रतापगढ़ किले में तालाब, बड़े कक्ष और महाराष्ट्र का प्रसिद्ध सांस्कृतिक पुस्तकालय भी मौजूद है

Pratapgarh Fort
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प्रतापगढ़ किले के आसपास पर्यटक स्थल (Tourist place around of Pratapgarh Fort):-

Pratapgarh Fort
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अगर आप प्रतापगढ़ किला घूमने का प्लान बना रहे है तो आप को बता दे की भारत के महाराष्ट्र के प्रतापगढ़ शहर में प्रतापगढ़ किले के अलावा भी कई प्रसिद लोकप्रिय पर्यटक स्थल है जो किले के नजदीक ही स्थित है जो बेहत ही प्रसिद भी माने जाते है जहाँ आप को प्रतापगढ़ की यात्रा के दोरान अवश्य जाना चाहिए।

  • मां बाराही धाम
  • श्री शनिदेव धाम
  • भक्ति मंदिर
  • बेल्हा देवी धाम
  • चिलबिला पार्क
  • शहीद उद्यान पार्क
  • हौदेश्वर नाथ मंदिर
  • बाबा घुइसरनाथ धाम
  • शाहाबाद गंगा घाट मानिकपुर
  • बाबा भयहरण नाथ धाम
  • फूलमती देवी मंदिर कुंडा
  • बेंती झील कुंडा
  • बाबा बेलखरनाथ धाम

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प्रतापगढ़ किले में घुमने का सही समय, खुलने का समय और प्रवेश शुल्क :-

Pratapgarh Fort
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घुमने का सही समय 

अगर आप प्रतापगढ़ किले में घूमने जाने का विचार बना रहे हैं तो हम आपको बता दें कि वैसे तो साल में आप कभी भी जा सकते हैं लेकिन अप्रैल से जून तक के महीने में ना जाए क्योंकि इन महीनों में गर्मी बहुत पड़ती है और तापमान अधिक डिग्री तक पहुँच जाता है  इसलिए आप सितम्बर से लेकर मार्च तक के महीनों में वहां घूमने जा सकते हैं इस समय मौसम ठंडा रहता है और प्रतापगढ़ फोर्ट बेहत खुबसूरत लगता है। और इस समय आप प्रतापगढ़ किले के अलावा भी प्रतापगढ़ के ओर भी प्रसिद स्थल घूम सकते है

खुलने का समय :-

प्रतापगढ़ किला सुबह 10:00 बजे से लेकर शाम को 6:00 बजे तक खुला रहता है।

प्रवेश शुल्क :-

प्रतापगढ़ किले में घूमने के लिए कोई भी प्रवेश शुल्क नही देना पड़ता, आप बिना प्रवेश शुल्क दिए आराम से घूम सकते है

प्रतापगढ़ किले तक केसे पहुंचे (How to reach Pratapgarh Fort) :-

ट्रेन से प्रतापगढ़ किले तक केसे पहुंचे :-

अगर आप ट्रेन से जाने की सोच रहे हैं तो आप को बता दे की प्रतापगढ़ किले के सबसे नजदीक पुणे रेलवे स्टेशन है जो भारत के सभी प्रमुख रेलवे स्टेशन से भी जुड़ा हुआ है रलवे स्टेशन से आप बस या टेक्सी ले सकते है और किले तक पहुच सकते है।

फ्लाइट से प्रतापगढ़ किले तक केसे पहुंचे :-

अगर आप हवाई जहाज से जाना चाहते हैं तो बता दे की पुणे शहर में स्थित हवाई अड्डा प्रतापगढ़ किले के सबसे नजदीक है जो की केवल 150 किलोमीटर की दुरी पर है और भारत के सभी प्रमुख शहरों से जुड़ा हुआ है हवाई अड्डे से आप बस या टेक्सी की मदद से किले तक पहुंच सकते है।

सड़क मार्ग से प्रतापगढ़ किले तक केसे पहुंचे :-

अगर आप सड़क मार्ग के रास्ते से जाना चाहते हैं तो आप खुद के साधन से भी जा सकते हैं यह महाराष्ट्र का प्रतापगढ़ शहर सड़क मार्ग के द्वारा सभी प्रमुख शहरों से जुड़ा हुआ है और सभी शहरों में चलने वाली सार्वजनिक बसे भी आपको प्रतापगढ़ शहर या प्रतापगढ़ किले तक पहुंचा सकती हैं।

प्रतापगढ़ किले तक पहुंचने का मेप :-

सवाल जवाब (Question Answer) :-

प्रतापगढ़ किले कहां स्थित है?

भारत में महाराष्ट्र के सतारा शहर में प्रतापगढ़ में महाबलेश्वर में स्थित है।

प्रतापगढ़ किले का निर्माण किसने किया?

महाराजा छत्रपति शिवाजी ने

प्रतापगढ़ किले की स्थापना कब हुई?

किले की स्थापना 1656 ईस्वी में हुई।

प्रतापगढ़ किला प्रेरकों के लिए कितने बजे खुलता और बंद होता है?

सुबह 10:00 बजे से लेकर शाम को 6:00 बजे तक खुला रहता है।

प्रतापगढ़ किला क्यों फेमस है?

छत्रपति शिवाजी की वीरता और साहस के कारण काफी फेमस है

सबसे महत्वपूर्ण बाते (Most important topic) :-

दोस्तों की ऐतिहासिक इमारतों महलों और पर्यटक स्थलों पर यात्रा अवधि टिकट के पैसे जैसे छोटी चीजें बदलती रहती है।

यदि अगर आप को इनके बारे में पता है तो आप कमेंट में जरूर लिखें हम आपके द्वारा दी गई जानकारी जल्द ही अपडेट कर देंगे और यदि इस पोस्ट में हमसे कोई गलती हो गई है तो वह जरूर बताएं।

धन्यवाद

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