समुन्द्र में स्थित लोकप्रिय विजयदुर्ग किले का इतिहास और किले में घूमने की जानकारी

Vijaydurg Fort
Vijaydurg Fort

नमस्कार आपका हमारे Knowledge with ruchi.com blog मैं स्वागत है भारत अपने इतिहास और भूगोल के लिए दुनिया में प्रसिद्ध है भारत में बहुत से किले और महल बने हुए हैं जो कि अपने इतिहास के लिए जाने जाते हैं साथ ही कई प्रसिद्ध ऐतिहासिक धरोहरे भी मौजूद है जिन्हें यूनेस्को और नेशनल वर्ल्ड रिकॉर्ड में भी शामिल किया गया है।

आज हम ऐसे ही एक किले के बारे में जानेंगे जिसका नाम है “विजयदुर्ग किला

यदि आप ऐतिहासिक धरोहरों को देखने या उनके बारे में जानने के शौकीन है तो आर्टिकल को शुरू से अंत तक पूरा पढ़ें।

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विजयदुर्ग किले का इतिहास (Vijaydurg Fort History in Hindi):-

Vijaydurg Fort History in Hindi
Vijaydurg Fort

इतिहासकारों का कहना है कि लोकप्रिय विजयदुर्ग किले का निर्माण भोज द्वितीय के द्वारा 13 वी शताब्दी में करवाया गया था जब तक यह किला आदिल शाह के कब्जे में था इस किले का नाम “गहरिया” था और 5 एकड़ के क्षेत्रफल में फैला हुआ था

परंतु मराठा साम्राज्य के महाराज छत्रपति शिवाजी ने 1653 इस्वी में इस किले को आदिल शाह से युद्ध में जीत लिया और इस किले का नाम “विजयदुर्ग” रखा और किले का पुनः निर्माण भी करवाया

इसे 17 एकड़ के क्षेत्रफल तक विस्तार किया और किले के प्रवेश द्वार के बाहर एक खाई का निर्माण भी करवाया जिससे किले पर कोई हमला ना हो, लेकिन फिर भी ब्रिटिश, पुर्तगाली और डच के हमले होते रहे

फिर भी विजयदुर्ग किला सन 1756 तक छत्रपति शिवाजी के अधीन ही रहा, उसके बाद ब्रिटिशो ने विजयदुर्ग किले पर कब्जा कर लिया

विजयदुर्ग किले की वास्तुकला (Architecture of Vijaydurg Fort):-

Vijaydurg Fort
Vijaydurg Fort

विजयदुर्ग का किला भारत के महाराष्ट्र राज्य में सिंधुदुर्ग जिले के देवगढ़ तालुका में स्थित है यह किला लोकप्रिय और प्राचीन प्रसिद्ध समुद्री किलो में से एक माना जाता है जो कि तीनों ओर से समुद्र से घिरा हुआ है इस कारण इसे “जिब्राल्टर ऑफ द ईस्ट” के नाम से भी जाना जाता है

यह किला प्राचीनता के साथ-साथ अपने आसपास की सुंदरता के कारण भी काफी प्रसिद्ध है जो प्रेरकों को अपनी ओर आकर्षित करती है और किले की सुंदरता को भी बढ़ाती है इस किले को “सिंधुदुर्ग किले” के नाम से भी जाना जाता है

यह किला 48 एकड़ क्षेत्रफल में फैला हुआ है किले की दीवारें 30 फीट ऊंची और 12 फीट मोटाई की है, विजयदुर्ग किले के निर्माण के लिए रेत गुजरात से लाई गई थी और इस किले की मजबूत नीव रखने के लिए सैकड़ों किलोग्राम सीसे का उपयोग किया गया था

विजयदुर्ग किले में 3 किलोमीटर तक लंबा गुलदस्ता बनाया गया है जो कि आकर्षण का मुख्य केंद्र है किले के बाहर एक बड़ी खाई जिसे सीधे हमलो से बचने के लिए बनाया गया था

किले के बाहर से किले के मुख्य द्वार का अनुमान नहीं लगाया जा सकता है, विजयदुर्ग किले के अजीब गरीब संरचना की बात करें तो इस किले में ज़िग-ज़ैग बनी हुई दीवारें मौजूद है जो गढ़ और बड़े-बड़े खंभो से बनाई गयी है

Vijaydurg Fort
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विजयदुर्ग किले के आसपास पर्यटक स्थल (Tourist place around of Vijaydurg Fort):-

Vijaydurg Fort
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अगर आप विजयदुर्ग किला घूमने का प्लान बना रहे है तो आप को बता दे की महाराष्ट्र के सिंधुदुर्ग शहर में विजयदुर्ग किले के अलावा भी कई प्रसिद लोकप्रिय पर्यटक स्थल है जो किले के नजदीक ही स्थित है जो बेहत ही प्रसिद भी माने जाते है जहाँ आप को सिंधुदुर्ग की यात्रा के दोरान अवश्य जाना चाहिए।

  • मालवन में करने के लिए स्कूबा डाइविंग
  • समुद्र तट
  • रॉक गार्डन मालवन
  • मालवन में स्नॉर्कलिंग
  • सुनामी द्वीप मालवण
  • सातेरी देवी जलमंदिर
  • भगवती मंदिर
  • मरीन सेंचुरी
  • श्री बागेश्वर मंदिर
  • वेंगुरला मालवन बीच
  • जय गणेश मंदिर
  • देवबाग बीच
  • श्री भद्रकाली मंदिर
  • श्री जरीमरी मंदिर

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विजयदुर्ग किले में घूमने का सही समय, खुलने का समय और प्रवेश शुल्क :-

Vijaydurg Fort
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घूमने का सही समय 

अगर आप विजयदुर्ग किले में घूमने जाने का विचार बना रहे हैं तो हम आपको बता दें कि वैसे तो साल में आप कभी भी जा सकते हैं लेकिन अप्रैल से जून तक के महीने में ना जाए क्योंकि इन महीनों में गर्मी बहुत पड़ती है और तापमान अधिक डिग्री तक पहुँच जाता है  इसलिए आप सितम्बर से लेकर मार्च तक के महीनों में वहां घूमने जा सकते हैं इस समय मौसम ठंडा रहता है और विजयदुर्ग फोर्ट बेहत खुबसूरत लगता है। और इस समय आप विजयदुर्ग किले के अलावा भी सिंधुदुर्ग के ओर भी प्रसिद स्थल घूम सकते है

खुलने का समय :-

विजयदुर्ग किला सुबह 10:00 बजे से लेकर शाम को 5:30 बजे तक खुला रहता है।

प्रवेश शुल्क :-

भारतीयों के लिए    5 ₹
    विदेशियों के लिए   250 ₹

विजयदुर्ग किले तक केसे पहुंचे (How to reach Vijaydurg Fort) :-

ट्रेन से विजयदुर्ग किले तक केसे पहुंचे :-

अगर आप ट्रेन से जाने की सोच रहे हैं तो आप को बता दे की विजयदुर्ग किले के सबसे नजदीक सिंधुदुर्ग रेलवे स्टेशन है और कुडाल, सावनवाड़ी और कनकवल्ली भी किले के नजदीक ही स्थित है जो 25- 35 किलोमीटर के अंतर ही स्थित है और भारत के सभी प्रमुख रेलवे स्टेशन से भी जुड़ा हुआ है रलवे स्टेशन से आप बस या टेक्सी ले सकते है और किले तक पहुच सकते है।

फ्लाइट से विजयदुर्ग किले तक केसे पहुंचे :-

अगर आप हवाई जहाज से जाना चाहते हैं तो बता दे की गोवा शहर में स्थित डाबोलिम अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा विजयदुर्ग किले के सबसे नजदीक है और भारत के सभी प्रमुख शहरों से जुड़ा हुआ है हवाई अड्डे से आप बस या टेक्सी की मदद से किले तक पहुंच सकते है।

सड़क मार्ग से विजयदुर्ग किले तक केसे पहुंचे :-

अगर आप सड़क मार्ग के रास्ते से जाना चाहते हैं तो आप खुद के साधन से भी जा सकते हैं यह महाराष्ट्र का सिंधुदुर्ग शहर सड़क मार्ग के द्वारा सभी प्रमुख शहरों से जुड़ा हुआ है और सभी शहरों में चलने वाली सार्वजनिक बसे भी आपको सिंधुदुर्ग शहर या विजयदुर्ग किले तक पहुंचा सकती हैं।

विजयदुर्ग किले तक पहुंचने का मेप :-

सवाल जवाब (Question Answer) :-

विजयदुर्ग किले कहां स्थित है?

भारत के महाराष्ट्र राज्य में सिंधुदुर्ग जिले के देवगढ़ तालुका में स्थित है

विजयदुर्ग किले का निर्माण किसने किया?

महाराज भोज द्वितीय ने

विजयदुर्ग किले की स्थापना कब हुई?

13 वी शताब्दी में

विजयदुर्ग किला प्रेरकों के लिए कितने बजे खुलता और बंद होता है?

सुबह 10:00 बजे से लेकर शाम को 5:30 बजे तक खुला रहता है।

विजयदुर्ग किला क्यों फेमस है?

तीनों ओर से समुद्र से घिरा होने के कारण और अपनी अनोखी वास्तुकला के कारण काफी फेमस है

सबसे महत्वपूर्ण बाते (Most important topic) :-

दोस्तों की ऐतिहासिक इमारतों महलों और पर्यटक स्थलों पर यात्रा अवधि टिकट के पैसे जैसे छोटी चीजें बदलती रहती है।

यदि अगर आप को इनके बारे में पता है तो आप कमेंट में जरूर लिखें हम आपके द्वारा दी गई जानकारी जल्द ही अपडेट कर देंगे और यदि इस पोस्ट में हमसे कोई गलती हो गई है तो वह जरूर बताएं।

धन्यवाद

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